हिंदी कहानी: कल से आगे

जैसे-जैसे मोक्षा बड़ी हुई, वैसे-वैसे उसके सपने भी बढ़ते गए. उनके घर की साधारण दीवारें उन अनगिनत रातों की गवाह बनीं, जो एकल दीपक की…